महिलाओं के लिए टॉप 5 बिज़नेस लोन योजनाएं

हमारा देश आज तेज़ी से तरक्की कर रहा है और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. हर देश की तरक्की में योगदान होता है उसके देशवासियों का, उसके कारोबारियों, उसके उद्यमियों का. खासकर किसी भी विकसित समाज का निर्माण उसकी सशक्त महिलाओं के आधार पर होता है. अगर आज खास तौर पर बात करें महिलाओं कि तो उन्होंने बिजनेस में हाथ आजमाकर नये भारत की तरक्की में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. हाल ही की एक रिपोर्ट में ये बताया गया कि भारत में करीब 20% व्यवसायों की मालिक महिलाएं हैं. इस आंकड़े में बढ़ोतरी करने और महिला सशक्तिकरण के लिए, निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों सहित भारत के प्रमुख लोन संस्थानों ने विभिन्न लोन योजनाओं की शुरुआत की है. आइये हम आपको महिलाओं के लिए टॉप 5 बिजनेस लोन योजनाएं के बारे में बताते हैं और बिजनेस लोन कैसे लें इस बारे में भी जानकरी देते हैं.
- मुद्रा लोन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सन 2015 में प्रधान मंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के अंतर्गत महिलाओं के लिए मुद्रा लोन योजना शुरू की थी. इस योजना के अंतर्गत महिला उद्यमियों को 10 लाख रु. तक का लोन दिया जाता है. यह लोन सरकार की देख-रेख में सभी सरकारी और गैर-सरकारी बैंकों के ज़रिए मिल सकता है. मुद्रा योजना की कुछ खास बातें नीचे बताई गई हैं:
- कम ब्याज पर महिलाओं के लिए बिजनेस लोन की सुविधा
- इसमें कोई सिक्योरिटी जमा कराने की ज़रूरत नहीं है
- टर्म लोन/ओवरड्राफ्ट, दो तरह के लोन की सुविधा
- अधिकतम 10 लाख तक लोन लिया जा सकता है
- 5 साल में लोन का भुगतान करना होगा
- शहरी और ग्रामीण, दोनों क्षेत्रों की महिलाएं लोन ले सकती हैं
- भारतीय महिला बैंक की लोन योजनाएं
भारतीय महिला बैंक ने महिला उद्यमियों को नया बिज़नेस स्थापित करने या अपने मौजूदा बिज़नेस को बढ़ाने में मदद करने के लिए कई प्रकार के लोन देता है। श्रृंगार और अन्नपूर्णा लोन योजनाएं इनमें सबसे खास हैं. श्रृंगार लोन उन महिलाओं को दिया जाता है जो अपना ब्यूटी पार्लर खोलना चाहती हैं और अन्नपूर्णा लोन उन महिलाओं को दिया फूड केटरिंग का बिजनेस करना चाहती हैं. आइये आपको श्रृंगार और अन्नपूर्णा लोन योजनाओं की कुछ खास बातें बताते हैं:
श्रृंगार लोन:
इसके लिए आवेदक की आयु न्यूनतम 20 साल और अधिकतम 60 साल निर्धारित की गई है
लोन के भुगतान अवधि अधिकतम 7 साल है
यह लोन CGTMSE योजना के तहत कवर किया जाता है और कोलैटरल-फ्री है. यानी इसके लिए किसी गिरवी की जरूरत नहीं है.
अन्नपूर्णा लोन:
- इसके लिए आवेदक की आयु न्यूनतम 18 साल और अधिकतम 60 साल निर्धारित की गई है
- लोन के भुगतान अवधि अधिकतम 3 साल है
- यह लोन CGTMSE योजना के तहत कवर किया जाता है और कोलैटरल-फ्री है
- सेंट कल्याणी योजना
इस योजना के तहत सरकार का लक्ष्य महिला उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाना है और नया कारोबार शुरू करवाने में मदद करना है. हमारे देश में बहुत सी महिलाएं पैसे के अभाव में अपने टैलेंट को लोगों के सामने नहीं ला पाती हैं. आजकल ग्रामीण महिलाएं भी खुद का कारोबार शुरू करने की तरफ रुख कर रही हैं. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया उन महिला उद्यमियों के लिए बिजनेस और स्टार्टअप लोन देता है जो अपना नया बिजनेस खोलना चाहती हैं या मौजूदा बिजनेस को बढ़ाना चाहती हैं या उसकी जगह दूसरा बिजनेस खोलना चाहती हैं. आइये इस लोन की खास बातें समझते हैं:
- इसकी ब्याज दर 7.70% – 7.95% सालाना है
- इसमें कई तरह का लोन मिलता है, जैसे: टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल फैसिलिटी, ओवरड्राफ्ट, लेटर ऑफ क्रेडिट/लेटर ऑफ गारंटी
- महिलाएं 1 करोड़ रु. तक का लोन ले सकती हैं
- कोई प्रोसेसिंग फ़ीस नहीं ली जाती है
- कोलैटरल/सिक्योरिटी या थर्ड पार्टी गारंटी की ज़रूरत नहीं है
- शक्ति योजना
महिलाओं को कारोबारी जगत में सशक्त और उद्यमी बनाने के लिए देना बैंक ने शक्ति योजना शुरू की है. आइए इस योजना के तहत बिजनेस लोन कैसे लें इस बारे में बताते हैं:
- इस स्कीम के तहत महिला उद्यमियों को ब्याज दर में 25% की रियायत दी जाती है.
- लोन भरने के लिए 10 साल तक का अधिकतम समय मिलता है.
- ये लोन कृषि, विनिर्माण, खुदरा व्यापारी या छोटे उद्यमों समेत रिटेल ट्रेडर और माइक्रो-क्रेडिट पर भी मिलता है.
- लोन पर कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं ली जाती है
- सिंड महिला शक्ति
सिंडिकेट बैंक महिला उद्यमियों के लिए सिंड महिला शक्ति नाम की लोन योजना चलाता है. आइए इस लोन योजना की कुछ खास बातें आपको बताते हैं:
- इस योजना के तहत महिलाओं के लिए नई और मौजूदा बिजनेस यूनिट को लोन दिया जाता है.
- यह लोन 10 साल तक की अवधि के लिए दिया जाता है.
- इस लोन के लिए एक या एक से ज़्यादा महिलाओं की कम से कम 50% हिस्सेदारी होनी चाहिए.